Thursday, May 30, 2013

Greenhouse gardening


ग्रीनहाउस गार्डनिंग (greenhouse gardening)-

ग्रीनहाउस काँच की दीवार और छत के साथ एक घर होता है जिसका उपयोग नियंत्रित परिस्थितियों में पौधो को उगाने के लिये किया जाता है। ज्यादातर ग्रीनहाउस एक ग्लास हाउस की तरह होते है जिनका उपयोग ठण्ड के दिनों में पौधो को विशेष रूप से विकसित करने के लिए किया जाता है। ग्रीनहाउस सूर्य की ऊष्मा को अवशोषित करके कार्य करते हैं। ग्रीनहाउस के बहुत से फायदें है जिनके कारण इन्हें पसंद किया जाता है जैसे ठण्ड के दिनों में भी ये पौधो को गर्म रखते है जिससे सर्दियों में भी पौधो को उगाया जा सकता है, अगले सीजन के लिए पौधो को स्टॉक (भण्डारण) के रूप में विकसित करके रखना, बिना मौसम बीजों से पौधे प्राप्त कर लेना, विविधता को बढाना, नई किस्मों को विकसित करने के लिए नए-नए  प्रयोग करना संभव आदि कारणों से ग्रीनहाउस गार्डनिंग को बहुत पसंद किया जाता है।  

ग्रीनहाउस गार्डन में लगाये जाने वाले पौधे-      


--बॉल कैक्टस




एलोवेरा--

--कैप-लिली




 ब्लैक-बेम्बू--

-- डेजर्ट-रोज़




सिकड--

--जास्मीन




गार्डिनिया--

--पेंसिल कैक्टस




आर्किड प्लांट--

--रोज़-मेरी




पिंक स्प्लैश--



--पाइनएप्पल प्लांट







दोस्तों आशा करती हूँ ये जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।

Themed gardening


थीम्ड (विषय आधारित) गार्डनिंग (themed gardening)-

थीम्ड गार्डन में एक थीम लेकर उसी प्रकार के अन्य पौधे लगाये जाते है। ये थीम्ड गार्डन कुछ भी हो सकते है जैसे भी हम बनाना चाहे जैसे कि हमारे मनपसंद कलर की सब्जियाँ या हमारी पसंद की कोई भोजन शैली उदाहरण के लिए एशियाई या चीनी भोजन। थीम्ड गार्डन कई विषयों पर बनाया जा सकता है जैसे हर्ब गार्डन, टी गार्डन, साल्सा और टेको गार्डन, पिज़्ज़ा, स्पगेटी गार्डन, औषधिय गार्डन आदि। एक थीम्ड गार्डन मौसम के हिसाब से सब्जियाँ  प्राप्त करने (उगाने) का एक शानदार तरीका है। 

थीम्ड गार्डन में लगाये जाने वाले पौधे- 

औषधिय गार्डन (Medicinal garden)


--क्यूमिन प्लांट




ब्रह्मी--

--टरमरिक प्लांट




नीम--

--अश्वगंधा




एलो वेरा-- 

सेसमे प्लांट







टी गार्डन (Tea garden)


--लेमन बाम प्लांट




बेसिल प्लांट(तुलसी)--

--केमोमिल(बबुने का फुल)



लेमन थाइम(अजवायन)--


--स्टेविया प्लांट




फेनल(सौफ)-- 

--मिंट (पौदीना)







दोस्तों आशा करती हूँ ये जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।

Fruit gardening


फ्रूट (फ़ल) गार्डनिंग  (fruit gardening)-
फलों की बागवानी। इसमें तरह तरह के फलों को लगाया  जाता है या दुसरे शब्दों में कहें तो इसमें सिर्फ फलों की बागवानी की जाती है। इसमें छोटे फलो का चुनाव फायदेमंद होता है इन्हें लगाने के लिए कम जगह की आवश्यकता होती है और देखभाल भी आसानी से की जा सकती है। कीटनाशक का भी कम से कम प्रयोग कर सकते है और जैविक खाद का अधिक से अधिक। अपने गार्डन के ताजे फ़लो की बात ही कुछ और होती है। ये गार्डनिंग कंटेनर और ज़मीन दोनों में की जा सकती है।

फ्रूट गार्डन में लगाये जाने वाले पौधे-


--सेब(एप्पल)



अनार(पामग्रेनट)--

--अंगूर(ग्रेप्स)



चीकू(सपोट)-- 

--सीताफल(कस्टर्ड ऐपल)



नीम्बू(लेमन)--






आम(मेंगो)--


संतरा(ऑरेंज)--





दोस्तों आशा करती हु ये जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।






















Community gardening


कम्युनिटी (समुदाय) गार्डनिंग (community gardening)-

भूमि के किसी टुकड़े पर जब कुछ लोगो का समूह गार्डनिंग करता है तो उसे कम्युनिटी गार्डनिंग कहते हैं। ये एक ज़मीन का टुकड़ा या कई अलग अलग ज़मीन के टुकड़े हो सकते हैं।यह हॉस्पिटल,स्कूल या पड़ोस की ज़मीन पर भी की जा सकती है। इसमें फूल,सब्जियाँ या औषधिय पौधो को भी लगाया जा सकता हैं। कम्युनिटी गार्डनिंग के कई प्रत्यछ व अप्रत्यछ लाभ है जैसे कि शुद्ध फल व सब्जियाँ प्राप्त होती है साथ ही सब्जियों का खर्च कम हो जाता है ,बचत भी हो जाती है और प्रत्यछ लाभ है लोगों का एक साथ मिलना हो जाता है ,रिश्ते गहरे होते हैं और सबसे मुख्य बात की आप हरियाली बढाने में अपना योगदान देते हैं। कम्युनिटी गार्डनिंग हमारे देश में प्रचलित नहीं है परन्तु भविष्य में इसकी सम्भावना है। विदेशों में ये प्रचलन में है।  

कम्युनिटी गार्डन में लगाये जाने वाले पौधे-



--पत्ता गोभी (कैबेज)



ब्लूबेरी--


--अंगूर(ग्रेप्स)




बैगन(एग प्लांट)--

--सरसों(मस्टर्ड)




 लैवेंडर--

--आड़ू(पीच)




प्याज(अनियन)--

--स्ट्रॉबेरी(हिसालू)




आलूबुखारा(पल्म)--

--टमाटर(टोमेटो)







दोस्तों आशा करती हु ये जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।